ईमानदारी
सीमा पर स्थापित चुंगी चौकी पर नए-नए आए अफसर के सामने छोटे बाबू ने कहा सर मैं बहुत इमानदार आदमी हूं।
घाट घाट का पानी पीकर आए अफसर के चेहरे पर मुस्कुराहट आई तो छोटे बाबू ने फिर जो लगाकर कहा सर मैं बहुत इमानदार आदमी हूं आप यकीन कीजिए।
अबकी बार अफसर का मुंह खुला- अरे क्या कहते हो यार इमानदारी और इस देश में ।भ्रष्टाचार के दलदल में गले गले डूबा यह देश जहां रोज अखबारों में रिश्वतखोरी के समाचार छपते हो वहां तुम ईमानदारी की बातें करते हो तुम्हें शर्म आनी चाहिए ।ऐसी बातें कहने से पहले तो तुम्हें चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।
छोटे बाबू ने आपकी जरा नम्र सवार में कहा- सर यकीन कीजिए मेरी इमानदारी में कोई शक नहीं है आप चाहे तो किसी भी खुफिया एजेंसी से जांच करवा ले चाहे तो जांच आयोग बैठा ले जैसे चाहे वैसे परख ले मैं बहुत ईमानदार हूं।
घाघ अफसर की चेहरे पर थोड़ी देर के लिए शिकन आई उसने कहा - ठीक है मैं तुम्हारी बातों पर यकीन कर लेता हूं यदि तुम सचमुच ईमानदार हो।
सर मैं सचमुच ईमानदार हूं छोटे बाबू ने कहा
ठीक है तुम जा सकते हो।
छोटे बाबू गए तो बड़े बाबू आ गए। बड़े बाबू पुराने आदमी थे ।साहब के थोड़ा खास पहचान के थे ।इसलिए अफसर ने गुटर गू करते पूछा- बड़े बाबू यह तुम्हारे छोटे बाबू कहते हैं कि वह बड़े ईमानदार आदमी हैं क्या इस पर यकीन किया जा सकता है।
बड़े बाबू ने तनिक झुक कर अफसर के कान में कहा- सर इस पर सौ पर्सेंट विश्वास किया जा सकता है क्योंकि अपने रिकॉर्ड में छोटे बाबू ने चुंगी चौकी में इकट्ठे किए गए रिश्वत के पैसे में से किसी का हिस्सा नहीं मारा , पाई पाई का हिसाब रखा है .सबको सबका हिस्सा दिया है यहां तक कमिश्नर साहब .............ऊपर वालों तक में इसकी साख है। बहुत इमानदार आदमी है साहब
अफसर की चिंता युक्त माथे की सिलवटें सामान्य हो गई। सिगरेट का तगड़ा कश लगाते हुए उसने सोचा चलो अपना हिस्सा तो अब पक्का हुआ। आज रात जमकर बोतल की जा सकती है।

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