टी रविन्द्र

टी रबिन्द्र को हारमोनियम संगत के लिए विशेष तौर पर जाना जाता है ।वे आगरा के ऐसे कलाकार हे जो हारमोनियम संगत में सिद्धहस्त है ।वे बड़ी तन्यमनता से बड़ा ही सुंदर संगति देते है ।आगरा में1940 से लेकर 2000 तक हारमोनियम संगत के लिए केवल दो कलाकार ही सिद्धहस्त माने जाते थे ।इनमे से एक पंडित सीताराम व्यवहारे और दूसरे पण्डित सुनहरी लाल शर्मा ।इनके निर्वाण के बाद पंडित टी रवीन्द्र ने अपना स्थान बनाया और निर्विवाद रूप से इस स्थान पर अभी भी कायम है ।
हारमोनियम को हमेशा संगत वाद्य माना जाता है लेकिन अब इसे स्वतंत्र वाद्य के रूप मे स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है ।
मेने इंटरनेट पर ऐसे अनेक कार्यक्रम देखे हैं ।जिसमे स्वतंत्र रूप से हारमोनियम को प्रस्तुत किया गया है ।
आजकल टी रविन्द्र भी फेस बुक और यू ट्यूब पर स्वतंत्र हारमोनियम प्रस्तुत कर रहे हे जिन्हें सुनना आनंददायक है ।
जिन्होंने टी रविन्द्र को सुना है उन्हें ज्यादा अच्छा लगेगा कि वे घर बैठे उनका कार्यक्रम सुन रहे है ।

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