खुजली खुजली
खुजली मिटाने का मकसद
उनके वीडियो लगभग एक ही शेली के होते थे ।वे किसी एक जवान भिखारिनन को पकड़ लेते थे और फिर सवालों के ढेर लगा देते ।बे ऊंची आवाज में बाते करते और उन्हें नसीहत देते नजर आते ।उन्हें बताते भीख मांगना अपराध है ।उन्हें मेहनत कर ना चाहिए औ काम
करना चाहिए ।भीख मांगने से देश की छ बि खराब होती है और फिर ना जाने क्या क्या ।
वे उपदेश देते हुए जों मन में आए बोलते हीं रहते ।भिखारीन उनके सवालों से घबरा जाती और मिमिया कर हुए कुछ कहने का प्रयास करती ।लेकिन उनकी ऊंची आवाज में उसकी आवाज दब जाती थी ।
वे बीच बीच ने अपना चेहरा भी दिखाते और अपना प्रवचन भी जमकर पेलते। भिखटिन उनसे बचने के लिए वहां से दूर भागती और वे उसका पीछा नहीं छोड़ते वे घबराई भिखारिन के कई एंगिल से वीडियो बनाते ।अक्सर उनके वीडियो कुछ सवालों से शुरू होते
-तुम अच्छी खासी जवान औरत हो तुम्हे शरम नहीं आती भीख मांगते हुए ।अरे कुछ काम करो मेहनत करो जैसे और लोग करते है ।देखो यह लोग भी गरीब है लेकिन भीख नहीं मांग रहे ।तुम अपने बच्चो को भी भीख मंगवा रही हो अगर बच्चो को नहीं पाल सकती तो इतने बच्चे पैदा क्यों करती हो ।
भिखारीन मिमियती हुई कुछ कहती जरूर लेकिन वीडियो में उसकी आवाज दब जाती
उनके इसे वीडियो देखा कट में उन्हे अच्छी तरह पहचान गया था ।और मुझे यह देख कर खुजली होने लगती कि वे प्रवचन ज्यादा देते और वायरल वीडियो बनाते रहते। मेने कभी उन्हें गरीबों कि मदद करते नहीं देखा ।भिखारियों की समस्या पर बाते करते जरूर लेकिन उन्हे भिखरियोंकी समस्याओं से और उनकी परिस्थितियों से कोई लेना देना नहीं था। वे तो बस अपनी स्क्रिप्ट पर वीडियो बनाते और फिर रफूचक्कर हो जाए। उन्हें क्या पता कि भीख मांगना भी कोई आसान काम नहीं है ।सैकड़ों लोगों के सामने गिड़गिड़ाने पड़ता है ।कितनी झिड़कियां रोज सुननी पड़ती है ।ज्यादातर लोग तो धिक्कार ही देते है। बमुश्किल कोई धर्मप्रेमी या दयालु अपनी जेब से एक रुपए का सिक्का देकर लाखो रुपए कि दुआ मांग लेता है और ऐसा करके भिखारी आठ दस घंटे में कुछ पैसे पा जाते है ताकि एक दिन की रोटी नसीब हो सके ।
उनके ऐसे वीडियो देखा कट जब खुजली ज्यादा होने लगी तो मैने अपनी खुजली मिटाने का निर्णय लिया ।और फिर एक दिन मे भी उसी पुल के पास पहुंच गया जहां वे अकसर अपनी वीडियो बनाया करते थे ।
मेने अपनी कार दुर खड़ी कर दी और चांदी का एकब बड़ा कटोरा लेकर उस और बढ़ गया जहा एक जवान भिखरिं खड़ी थी ।
मुझे ज्यादा देर नहीं हुई और थोड़ी देर में वे अपनी मोटर सायकिल में आते दिखाई दिए ।उन्होंने अपनी मोटर सायकिल खड़ी की और अपना मोबाइल निकाल कर उस और बढे जहां जवान भिखारिन खड़ी थी ।तभी में अचानक उनके सामने आ गया और चांदी का कटोरा उनके सामने लेकर दांत फाड़ते हुए कहा ..,साहब दो घंटे से भूखा हूं प्लीज़ सो रुपया दे दो..किसी होटल में कुछ खा लूंगा ..भगवान आपका भला करेगा ।
मेरी विचित्र मांग पर वे चौंके ..मेरी तरफ घुर कर देखा ।मैंने बढ़िया सूट पहना हुआ था मेरे जूते ब्रांडेड थे मेरा चश्मा भी ब्रांडेड था ..हाथ में महंगा मोबाइल था कंधे पर शानदार बेग था एकदम क्लीन शेव और तंदरुस्त भी था हाथ मर चमकता चांदी का बड़ा कटोरा भी था जिसमें सो सो रुपए के नोट भी पड़े थे ।
ये सब देख अचानक उनके मन में क्या आया कि उन्होंने अपना मोबाइल निकाला और अपनी शेली में सवाल करने शुरू कर दिए ।
तुम्हे शरम नहीं अस्टी अच्छे खासे आदमी हो भीख मंगाए हुए
मेने कहा नहीं मुझे कोई शरम नहीं आती और आप ज्यादा सवाल मत कीजिए.. बस भगवान के नाम पर सो रुपए दे दीजिए ।दो घंटे से भूखा हूं किसी होटल।में खा लूंगा ।
मेरी बात सुन वे बिगड़ गए ।
शरम करो इतना महंगा मोबाइल लिए हो ..चांदी का कटोरा हाथ में है ..ब्रांडेड चश्मा और जूते है और मुझसे भीख मांग रहे हो ओर वो भी सो रुपए ..तुम्हे तो शर्म आनी चाहिए ।
मेने कहा ..ठीक है मुझे शर्म आनी चाहिए लेकिन क्या आपको शर्म नहीं आनी चाहिए
वे बोले क्या मतलब तेरा
मेने कहा तुम भिखारियों पर वीडियो बनाए हो उनसे यू ट्यूब और फेस बुक पर डालते हो और लाखों कमाते हो और भिखमंगो को सी रुपए भी नहीं देना चाहते ।
मेरी बात सुन कर उनकी भृकुटी तब गई उन्हें कुछ दाल में काला लगा उन्होने फिर घुर कर मुझे देखा फिर बोले कोन हों तुम
मेने कहा भिखारी हूं और क्या.. फिर ने गिड़गिड़ाने लगा साहब दी घंटे से ...
अचानक उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर दिया और बोले आज ने जल्दी में हूं ..तुझे कल देखूंगा ..फिर उन्होंने अपनी मोटरसाईकल की तरफ दोड़ लगड़ी ।में उनके पीछे भागा ..साहब ..,,,लेकिन उन्होने अपनी मोटर सायकिल स्टार्ट की और तेजी से वहां से चले गए ।मुझे लगा वे किसी पचड़े मर नहीं पड़ना चाहते थे ।
में वापस लौटा तो भिखारियों कि भीड़ मेरे चारों तरफ इकट्ठी हो गई.. वे बोले बाबू ये आदमी हमें बहुत परेशान करता था ..आपने अच्छा किया ।वे मुझे आश्चर्य से देख रहे थे ..फिर बोले बाबू आप हमारी बिरादरी के तो नहीं लगते कोन है आप
मेने कहा में आपकी बिरादरी का ही हूं
मेरे जवाब पर वे एक दूसरे को देखने लगे लेकिन इससे पहले वे और कुछ पूछते मेने वहां से भागना ही उचित समझा

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